Monday 5 December 2011

छुट्टी के दिन

अक्कड़-बक्कड़ बम्बे वो

छुट्टी के दिन आते हैं

सैर-सपाटा करने को I

ना होमवर्क अब करना है

ना टीचर से अब डरना है

डांट नहीं खाने की दिक्कत

सजा नहीं कोई होगी अब

ना टीचर की सुननी बकबक

सब दूर रहेगा कुछ दिन को I

अक्कड़-बक्कड़ बम्बे वो

छुट्टी के दिन आते हैं

सैर-सपाटा करने को l

दोस्तों संग जमकर घूमो

डिस्को में जाकर झूमो

पिक्चर को भी देखो जाकर

पॉपकार्न सब खाओ मिलकर

पार्टी, पिकनिक के दिन आये

पापा की पाकेट खाली हो I

अक्कड़-बक्कड़ बम्बे वो

छुट्टी के दिन आते हैं

सैर-सपाटा करने को I

अब ना जल्दी उठने की झंझट

ना पाठ पढेंगे अब रट-रट

शोर-शराबा धमाचौकड़ी

गप्प-शप्प और चाट-पकौड़ी

उछल-कूद और धमाधम

जी भर कर मौज करो I

अक्कड़-बक्कड़ बम्बे वो

छुट्टी के दिन आते हैं

सैर-सपाटा करने को I

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