लोग अधिकतर जानें मुझको
रंग बैगनी बैगन मेरा नाम
बेगुन कभी नहीं कोई कहना
सबको मुझसे रहता है काम
टोपी पहने लगता हूँ राजा
पर बैठा ना रहता बेकार
मुझे सभी घर लाना चाहते
जब भी वह जाते बाजार
जब बैठा होता मैं थाली में
तो इधर-उधर लुढक जाता
लम्बा-छोटा या गोल मटोल
भोला-भाला मैं भुन जाता
नहीं मतलबी पर हूँ बदनाम
नाम बुरों संग भी जुड़ जाता
जब कोई लेता बदल पार्टी
'थाली का बैगन' कहलाता
जो भी चाहे उधर लुढक जाता
जैसा चाहते मुझे बना लेते
प्याज़-टमाटर संग पक जाता
कभी मुझे अचार बना देते
गोल-गोल से पतले टुकड़े कर
नमक-मिर्च संग बेसन दो घोल
धनिया-प्याज़ का दो कुछ स्वाद
तल डालो गरम पकौड़े गोल
कई सब्जियों को काट मिलाओ
बनता सब्जी का गड़बड़झाला
नये तरीकों में रखो दिलचस्पी
उँगली चाटेगा हर खानेवाला
छोटे कद से भरवाँ बन जाऊँ
डालो सांभर व पिज्जा में भी
रायता और पुलाव बनाओ
उसमें आलू, मटर, और गोभी
स्वाद और कुछ तुम भी ढूँढो
बहुत और से गुण हैं मुझमें
पोटासियम व विटामिन भी है
फायदा देता हूँ ब्लड-प्रेशर में.
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