अक्कड़-बक्कड़ बम्बे वो
अस्सी, नब्बे, पूरे सौ
बालदिवस का दिन आया है
नेहरु चाचा की जय हो l
डांट-डपट, सख्ती को छोड़ो
ना गुस्सा कोई दिल में हो
आज के दिन मम्मी-पापा
कुछ मस्ती हमको करने दो l
हम सब नन्हे-मुन्ने से दीपक
प्यार हमें तुम जी भर दो
होंगे बड़े किसी दिन जब हम
तो देश हमी से उज्जवल हो l